हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी का विशेष महत्व है। (nirjala ekadashi vrat katha, ekadashi) यह दिन भगवान विष्णु की उपासना के लिए खास माना गया है।हिंदू पंचांग के आधार पर यह व्रत ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। (ekadashi 2025, एकादशी जून 2025, today panchang) इसे भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं।
इस व्रत में भक्त अन्न और जल ग्रहण नहीं करते हैं। (nirjala ekadashi, ekadashi vrat) मान्यता है कि इस व्रत को करने से 24 एकादशी का फल मिलता है और भगवान विष्णु की कृपा से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। (ekadashi vrat katha, एकादशी व्रत कथा)हिंदू शास्त्रों के अनुसार निर्जला या भीमसेन एकादशी के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है।
ऐसे में चलिए आपको बताते :
निर्जला एकादशी के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं। (nirjala ekadashi ki katha, ekadashi ki katha)सबसे पहले बात करते हैं कि निर्जला एकादशी के दिन क्या नहीं करना चाहिए। (निर्जला एकादशी व्रत कथा)
तो इस दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार चावल खाने वाला व्यक्ति अगले जन्म में कीड़े-मकोड़े के रूप में जन्म लेता है।इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
मान्यता है कि नमक का सेवन करने से एकादशी और गुरु ग्रह का फल खत्म हो जाता है। (ekadashi katha, ekadashi today) एकादशी के दिन तुलसी को जल अर्पित नहीं करना चाहिए और ना ही छूना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन तुलसी माता उपवास करती हैं।
तुलसी माता को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। इस दिन किसी के प्रति बुरे अपमानजनक शब्द उपयोग ना करें।एकादशी के दिन बाल या नाखून काटना अशुभ माना जाता है। (aaj ka panchang) इसलिए इस बात का खास ध्यान रखें। वहीं इस दिन मांस मंदिरा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।वहीं अगर आप व्रत रख रहे हैं तो कोशिश करें कि आपके घर में कोई तामसिक भोजन यानी कि लहसुन प्याज का सेवन भी ना करें। अब चलिए आपको बताते हैं कि निर्जला एकादशी के दिन क्या करें।
निर्जला एकादशी के दिन अधिक से अधिक मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए। (nirjala ekadashi katha, ekadashi vrat katha)भगवान विष्णु को तुलसी दल युक्त प्रसाद का भोग लगाना चाहिए। भगवान विष्णु की आरती करनी चाहिए। उनकी पूजा करनी चाहिए और कथा भी सुननी चाहिए। (ekadashi ki katha) इस दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करना चाहिए।वहीं अगर आपके वैवाहिक जीवन में मनमुटाव की स्थिति बनी हुई है और दिन-ब-दिन क्लेश होता रहता है तो निर्जला एकादशी के दिन तुलसी की पूजा करें।
वहीं इस दिन श्री हरि भगवान विष्णु को पंचामृत से अभिषेक कराएं। तो आप भी निर्जला एकादशी के दिन इन चीजों का खास ध्यान रखें। उम्मीद करती हूं आपको जानकारी पसंद आई होगी। (ekadashi vrat, ekadashi katha)
Nirjala Ekadashi 2025: निर्जला एकादशी के व्रत में पानी कब पीना चाहिए,1 तरीके से नहीं टूटेगा उपवास