Aaj Ka Panchang 10 June 2025:
पंचांग आज है 10 जून 2025 आज का दिन है मंगलवार ज्यष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है विक्रम संवत 2082 है। मित्रों, पंचांगों को प्रारंभ करने से पहले उन सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं जिन लोगों का आज है जन्मदिन। मैं उन लोगों को भी हार्दिक शुभकामनाएं और बहुत-बहुत बधाइयां देना चाहता हूं जिन लोगों की आज मैरिज एनिवर्सरी है। तो आइए प्रारंभ करते हैं आज का पंचांग।
आज का सूर्योदय 5:22 पर हो रहा है और सूर्यास्त 7:18 पर हो रहा है। चंद्रोदय की बात करते हैं तो 6:44 पीएम पर और चंद्र अस्त की बात करते हैं तो 4:52 एm पर चंद्र अस्त हो रहे हैं। आज की संपूर्ण तिथि की अगर हम बात करें तो चतुर्दशी तिथि आज विद्यमान रहेगी। प्रातः कालीन 11:38 am तक और इसके बाद में पूर्णिमा तिथि का प्रवेश हो जाएगा। मित्रों आज का जो नक्षत्र है अनुराधा नक्षत्र है 6:2 पी.m. तक अनुराधा नक्षत्र रहेगा और इसके साथ ही आज के योग की बात करते हैं तो सिद्धि योग आता है 1:43 पी.m. तक।
करण की अगर हम बात करते हैं तो वणिज्यकरण रहेगा 11:38 am तक। इसके बाद में विष्टिरण का प्रवेश हो जाएगा। मित्रों शुक्ल पक्ष है। मंगलवार का दिन है। चंद्र देवता वृश्चिक राशि पर विद्यमान है। ग्रीष्म ऋतु है। आज का दिनकाल 13 घंटा 55 मिनट 48 सेकंड रहेगा। आज के अभिजीत मुहूर्त की अगर हम चर्चा करते हैं तो 11:52 am से लेकर के 12:48 पीएम तक आज का अभिजीत मुहूर्त रहेगा। आज का राहु काल 3:49 पी.m. से लेकर के 5:33 पी.m. तक आज का राहुाल रहेगा। आज के दिशाशूल की अगर हम बात करते हैं उत्तर की ओर आज का दिशाशूल होता है। अत्यधिक आवश्यक ना हो तो उत्तर की यात्रा करने से हमको बचना चाहिए।
आज के चंद्रबल की अगर हम बात करते हैं तो वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर और कुंभ इन राशियों पर आज का चंद्रबल विद्यमान रहेगा। आज जो लोग सत्यनारायण भगवान की कथा करते हैं पूर्णिमा पे आज उनको सत्यनारायण भगवान की कथा को करना चाहिए। मित्रों इसके साथ ही आज भद्रा का भी प्रवेश हो रहा है। भद्रा भी लग रही है। 11 बज के 35 से लेकर के रात्रि में 12 बज 24 तक भद्रा का साया रहेगा और इसके साथ ही आज से गुरु अस्त भी प्रारंभ हो रहे हैं।
गुरु अस्त का मतलब है संपूर्ण प्रकार के मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे। तो मित्रों हमने आपको बताया आज का पंचांग अधिक जानकारी चाहते हैं किसी भी तरह की कोई पूजा पाठ यज्ञ अनुष्ठान से रिलेटेड जानकारी चाहते हैं या उसको संपन्न कराना चाहते हैं हमारे यहां पर वैदिक विद के द्वारा वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा अनुष्ठान संपन्न होते हैं। आप कहीं पर भी हैं अनुष्ठान संपन्न करा सकते हैं। तब तक के लिए दीजिए आज्ञा। जय श्री कृष्णा जय सियाराम