- 13 जून को गोल्ड की कीमतों में 1 महीने की सबसे बड़ी तेजी देखी गई।
- इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के कारण जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ गया।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 1.3% चढ़कर $3428.28 प्रति औंस हुआ।
- MCX पर गोल्ड ₹1300 बढ़कर ₹1 लाख के पार पहुंच गया।
- गोल्ड ने $3400 का रेजिस्टेंस लेवल पार कर लिया, अब $3500 की ओर रुख।
- एक्सपर्ट्स के अनुसार सोना जल्द ही नया ऑल टाइम हाई बना सकता है।
- इन्वेस्टर्स को पोर्टफोलियो में 10-15% गोल्ड बनाए रखने की सलाह।
- गोल्ड ईटीएफ या म्यूचुअल फंड के जरिए डिजिटल निवेश की भी सलाह दी गई।
गोल्ड में 13 जून को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। देश और विदेश में सोने की कीमतों को पंख लग गए। इसके एक ही झटके में कीमतें 1 महीने की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई। इसकी वजह ईरान पर इजराइल का हमला है। इसका बड़ा असर कई एसेट क्लास पर पड़ा है। गोल्ड और क्रूड ऑयल में बड़ा उछाल आया है। जबकि दुनिया भर में स्टॉक्स मार्केट्स में बड़ी गिरावट आई है। जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ने के आसार हैं। जिससे गोल्ड की कीमतें ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बना सकती हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 13 जून को 1.3% चढ़कर 3428.28 प्रति औंस पर पहुंच गया। उधर यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 1.4% उछाल के साथ $349.60 प्रति ऑंस पर चल रहा था। इंडिया में भी गोल्ड फ्यूचर्स में बड़ा उछाल देखने को मिला। कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स 1.94% की उछाल के साथ ₹1300 प्रति 10 ग्राम पहुंच गया। कई हफ्तों के बाद इंडिया में गोल्ड ₹1 लाख के पार चला गया है। आज इस हफ्ते का आखिरी कारोबारी दिन है। ऐसे में लगता है कि गोल्ड के लिए यह हफ्ता शानदार रहेगा। इस हफ्ते गोल्ड 3.5% से ज्यादा चढ़ चुका है। यह गोल्ड के निवेशकों के लिए बड़ी खुशखबरी है।
डेटा | विवरण |
---|---|
गोल्ड की तेजी | 13 जून को 1 महीने की रिकॉर्ड ऊंचाई पर |
स्पॉट गोल्ड (Global) | $3428.28 प्रति औंस (1.3% उछाल) |
यूएस गोल्ड फ्यूचर्स | $349.60 प्रति औंस (1.4% उछाल) |
MCX गोल्ड फ्यूचर्स (India) | ₹1300 उछाल, ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार |
इस हफ्ते की तेजी | गोल्ड में 3.5% से अधिक उछाल |
जियोपॉलिटिकल ट्रिगर | इजराइल ने ईरान पर हमला (ऑपरेशन राइजिंग लयन) |
गोल्ड का रेजिस्टेंस लेवल | $3400 पार, अब $3500 की ओर |
इन्वेस्टमेंट सलाह | पोर्टफोलियो में गोल्ड 10-15% तक रखें |
डिजिटल विकल्प | गोल्ड ETF, म्यूचुअल फंड, SIP |
13 जून को भारतीय समय के मुताबिक तड़के इजराइल ने ईरान के कई ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें ईरान के परमाणु ठिकाने भी शामिल हैं। बताया जाता है कि इससे ईरान में काफी नुकसान हुआ है। इजराइल ने इसे ऑपरेशन राइजिंग लयन नाम दिया है। माना जा रहा है कि ईरान इसका जवाब देगा। इस बीच इजराइल ने अपने नागरिकों को सतर्क किया है। उसने ईरान के मिसाइल हमलों को नाकाम करने के लिए अपने डिफेंस सिस्टम को एक्टिव कर दिया है। यह तय है कि पश्चिम एशिया में जिओपॉलिटिकल टेंशन बढ़ने जा रहा है। केसीएम ट्रेड में चीफ मार्केट एनालिस्ट टिम वाटर ने कहा, ईरान पर इजराइल के हमलों के बाद अब फोकस ट्रेड वॉर नहीं रह गया है।
जिओपॉलिटिकल टेंशन बढ़ने की आशंका से गोल्ड की डिमांड बढ़ गई है। इन्वेस्टर्स गोल्ड में इन्वेस्ट कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गोल्ड ने $3400 के अपने रेजिस्टेंस लेवल को पार कर लिया है। अब यह $3500 की तरफ बढ़ रहा है। अप्रैल में गोल्ड $3500 प्रति ऑस पर पहुंच गया था जो इसका ऑल टाइम हाई था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसा लगता है कि सोना बहुत जल्द इस लेवल के पार निकल जाएगा और ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बनाएगा।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि रिटेल इन्वेस्टर्स को गोल्ड में थोड़ा निवेश जारी रखना चाहिए। इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड 10 से 15% होना चाहिए। अगर आपके पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी इससे कम है तो आप गोल्ड में निवेश बढ़ा सकते हैं। आप गोल्ड ज्वेलरी खरीद सकते हैं। अगर आप फिजिकल गोल्ड में इन्वेस्ट नहीं करना चाहते हैं तो आप गोल्ड ईटीएफ या गोल्ड म्यूच्यूल फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं। दोनों में घर बैठे निवेश किया जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए डीमेट अकाउंट जरूरी है। लेकिन म्यूच्यूल फंड की गोल्ड स्कीम में बगैर डीमेट अकाउंट इन्वेस्ट किया जा सकता है। आप एसआईपी से भी इसमें इन्वेस्ट कर सकते हैं।