Cyclone Shakti Alert:
इस तूफान ने दस्तक से पहले जो तबाही मचाई है यह उसी की तस्वीर हम आपको दिखा रहे हैं। भारत में भीषण गर्मी के बीच समंदर में हलचल बढ़ गई है। देश में एक और साइक्लोन की दस्तक होने वाली है। आईएमडी यानी मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में साइक्लोन शक्ति के बनने की संभावना दिख रही है।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में शक्ति नाम का चक्रवात आ रहा है। दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण बंगाल की खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून ने दस्तक दे दी है। आईएमडी ने अंडमान सागर के ऊपर एक अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन देखा है।
कब तक आयेगा Cyclone Shakti
इससे 16 मई से 22 मई के बीच एक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। अनुमान है 23 मई से 28 मई के बीच यह सिस्टम और ताकतवर होकर चक्रवात में बदल जाएगा। इसका नाम शक्ति रखा गया है। इस बारे में आईएमडी ने एक बयान भी जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि 16 और 17 मई को दक्षिण अरब सागर, मालदीव और कोंकण क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और पूरे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के और आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। अगर यह साइक्लोन आता है तो उड़ीसा से लेकर बंगाल तक इसका असर दिख सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो 23 मई से 28 मई के बीच बंगाल की खाड़ी में चक्रवात शक्ति बनने की प्रबल संभावना है। हालांकि आईएमडी ने अभी तक चक्रवात के बारे में कुछ और नहीं बताया है।
इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून के 27 मई को केरल पहुंचने की संभावना है जो आमतौर पर 1 जून को दस्तक देता है। देश भर में मानसून का इंतजार हो रहा है।
बंगाल की खाड़ी मे कब तक बनेगा Cyclone ShaktI?
बताया जा रहा है बंगाल की खाड़ी में साइक्लोन यानी चक्रवात बनने वाला है। 23 से 28 मई के बीच बंगाल की खाड़ी में बहुत तेज गति से चक्रवात बन सकता है। अगर यह बनता है तो इसे साइक्लोन शक्ति कहा जाएगा। आखिर साइक्लोन शक्ति का मतलब क्या है?
दरअसल बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर पर मौसम विभाग लगातार अपडेट दे रहा है। साइक्लोन शक्ति की तबाही दिखेगी या नहीं इसको लेकर अभी बात साफ नहीं है। बंगाल की खाड़ी में साइक्लोन शक्ति के बनने को लेकर और भी अपडेट का इंतजार है। बहरहाल मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अपर एयर साइक्लोनिक सर्कुलेशन के होने की जानकारी दी है। हालांकि अभी कोई साइक्लोन अलर्ट जारी नहीं किया गया है। साइक्लोन शक्ति का नाम श्रीलंका की ओर से रखा गया है। यह उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामकरण की क्षेत्रीय प्रणाली का हिस्सा हैं। इस प्रणाली में भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश जैसे देश बारी-बारी से नाम देते हैं। शक्ति, शब्द, ताकत और ऊर्जा का प्रतीक है। भले ही आईएमडी ने साइक्लोन को लेकर अलर्ट जारी नहीं किया मगर संभावना है कि 23 से 28 मई के बीच यह तूफान का रूप ले सकता है। साइक्लोन शक्ति अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तटों पर दस्तक दे सकता है।
कौन कोनसे राज्यों में मौसम में बड़ा बदलाव संभवत?
यह तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ सकता है। आईएमडी की ओर से साझा जानकारी के मुताबिक चक्रवात 24 से 26 मई के बीच भारत में उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों के साथ-साथ बांग्लादेश में खुलना और चटगांव में संभावित जोखिम के साथ आ सकता है। हालांकि आईएमडी ने अभी तक चक्रवात के बनने की पुष्टि नहीं की है। लेकिन यह स्थितियों पर बारीकी से नजर रख रहा है। आईएमडी ने कहा है मानसून की उत्तरी सीमा लगातार आगे बढ़ रही है। अगले 3 से 4 दिनों में दक्षिण अरब सागर, मालदीव क्षेत्र, मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के बाकी हिस्सों में इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।
कर्नाटक के कुछ हिस्सों में लगातार प्री मॉनसून बारिश के कारण येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ-साथ 17 मई तक पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में छिटपुट से लेकर व्यापक वर्षा होने की उम्मीद है। खासकर अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में। मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम सहित मध्य और पूर्वी राज्यों में भी इस अवधि के दौरान मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
उत्तर बिहार में आंधी और बारिश की संभावना, जबकि दक्षिणी हिस्सों में लू का खतरा मंडरा रहा है।”